ओपनिंग से लेकर अभी तक Paytm बाजार में टिक नहीं पाया हैं और ऊपरी स्तर से बुरी तरह गिरावट के करना निवेशकों के डिप्रेशन का कारन बना हुआ हैं. अभी तक तकनीकी रूप से चार्ट इनफार्मेशन के अनुसार भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है हालांकि, निचले स्तरों अनेको बार छोटे पुलबैक ने निवेशकों का हौसला तो बढ़ाया लेकिन पेटम किसी भी स्तर पर टिकने में नाकामयाब रहा है और चार्ट संरचना बेहद कमजोर बनी हुई है.
पेटीएम शेयर की कीमत NSE पर लगभग 3 प्रतिशत बढ़कर 560.50 रुपये पर पहुंच गई, मॉर्गन स्टेनली और मास्टर फंड ने 534.80 रुपये प्रति शेयर पर बल्क डील में 54,95,000 और 49,80,000 शेयर खरीदे हैं जिसके कारण यह पुलबैक आया हैं.
पेटीएम के शेयर की कीमत 2,150 रुपए के इश्यू प्राइस से करीब 70 फीसदी गिर चुकी है।
Paytm Bulk Deal
12 जनवरी रेड एप्पल स्ट्रेटेजी चार्ट्स पर Paytm क्रैश लाइव देखने को मिला और Red Apple Users ने इस गिरावट में अच्छा मुनाफा भी बनाया लेकिन 13 जनवरी को फिरसे स्टॉक 530 पर लोअर बॉटम बनाकर ऊपर के स्तरों पर क्लोज हुआ. 12 जनवरी के ब्रेकडाउन के बाद निवेशकों में डर है कि कही Paytm को एक बड़े क्रैश का सामना न करना पड़े. मॉर्गन स्टेनली और मास्टर फंड ने 534.80 रुपये प्रति शेयर पर Bulk Deal में 54,95,000 और 49,80,000 शेयर खरीदे हैं जिसके कारण यह पुलबैक आया हैं. पेटीएम शेयर की कीमत NSE पर लगभग 3 प्रतिशत बढ़कर 560.50 रुपये पर पहुंच गई,
यही कारण है कि अब पेटम को निवेशक नहीं मिल रहे हैं और स्टॉक किसी भी लेवल पर स्थिर नहीं हो पा रहा हैं. यह सब एनालिसिस करने के बाद यही लगता हैं कि Paytm में निवेश करना रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए एक बड़े वित्तीय जोखिम को उठाना हैं.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को RuPay डेबिट कार्ड और वित्त वर्ष 23 के लिए कम मूल्य वाले BHIM-UPI लेनदेन (P2M) को बढ़ावा देने के लिए 26 अरब रुपये की प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दे दी, जबकि वित्त वर्ष 22 में यह 15 अरब रुपये थी. अब देखना यह हैं कि क्या इस योजना का लाभ पेटम शेयर धारको को मिलेगा या नहीं.